Support TB Free India Mission 2025: कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत टीबी मुक्त भारत मिशन 2025 का समर्थन करें
Support TB Free India Mission 2025
- मिशन डायरैक्टर नैशनल हैल्थ मिशन, पंजाब ने पंजाब के विभिन्न कॉर्पोरेट संस्थानों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की
चंडीगढ़, 31 अक्टूबर, 2022: नैशनल हैल्थ मिशन, पंजाब के मिशन डायरैक्टर श्री अभिनव त्रिखा ने टीबी मुक्त भारत अभियान के लिए 2025 के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए 30 कॉर्पोरेट संस्थाओं के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक नैशनल हैल्थ मिशन, पंजाब के कार्यालय परियास बिल्डिंग में आयोजित की गई। इसमें पंजाब के प्रमुख कॉरपोरेट संस्थानों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। इसमें उन्हें कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी के रूप में टीबी को खत्म करने में सहयोग करने की अपील की।
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इसी दौरान डॉ. अभिनव त्रिखा ने बताया कि टीबी का इलाज योग्य है। इसका 6-9 महीने का इलाज होता है। इस इलाज दौरान लगातार दवाई का सेवन करना ज़रूरी होता है और इलाज को अधर में नहीं छोड़ना होता। इसलिए मरीजों की मदद के लिए कॉरपोरेटस की तरफ से 3 प्रमुख विषयों पर सरकार की मदद कर सकता है। इसमें इलाज और टैस्ट, आहार सहायता और वोकेशनल सहायता की जा सकती है। कॉर्पोरेटस को टीबी के मरीजों को जिला, ब्लॉक या कुछ मरीजों के इलाज व इलाज के लिए अन्य ज़रूरी मदद के लिए अपनाएं तांकि मरीज अधर में इलाज ना छोड़े और पूरा इलाज करवा के अपने क्षेत्र और समाज को बचा सकें। इस बिमारी के फैलने से आर्थिक और सामाजिक नुकसान होता है। जो कॉर्पोरेटस टीबी रोगियों की मदद करना चाहते हैं, वे निकशे पोर्टल पर खुद को पंजीकृत करके टीबी रोगियों की सहायता की जिम्मेदारी उठा सकते हैं। उन्होंने कहा कि फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड द्वारा पंजाब के 4 जिलों के कुल 2862 टीबी रोगियों की जिम्मेदारी उठाई है, जिसमें शहीद भगत सिंह नगर (नवां शहर) के 256 मरीज, रूपनगर के 456 मरीज, एस.ए.एस. नगर (मोहाली) के 1442 और होशियारपुर के 708 मरीज शामिल हैं, इन जिलों के सभी टीबी रोगियों को पोष्टिक खाने की सहायता दी जाएगी।
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डॉ. अभिनव त्रिखा ने कहा कि पंजाब में करीब टीबी के करीब 45000 मरीज हैं और सरकार की तरफ से टीबी मरीजों के इलाज में मदद की जाती है। रोगियों का इलाज, टैस्ट और दवाएं नि:शुल्क हैं और इलाज के दौरान रोगी को पोषण आहार के लिए 500/- रुपये प्रति माह की सहायता दी जाती है।
इस अवसर पर स्टेट प्रोग्राम अफ़सर (टीबी) डॉ. राजेश भास्कर, स्टेट टीबी एचआईवी कोऑर्डिनेटर डॉ. किरण छाबड़ा, विश्व स्वास्थ्य संगठन की कंस्लटैंट डा. पूजा कपूर, दी यूनियन की टैक्नीकल स्पैश्लिस्ट डॉ. शादाब, संघ के प्रतिनिधि, डॉ. अभिमन्यु सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।